फरीदाबाद 26 मई। पुरे भारत में नेशनल क्वालिटी एसोरेंस सिस्टम में 11 वां और हरियाणा में प्रथम आने का सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाला फरीदाबाद का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल अधिकारियों की अनदेखी के चलते अपनी दुर्दशा पर आँशु बहा रहा है।इतना ही नहीं आज अस्पताल के हालात ऐसे हो गए है इलाज करना तो दूर कोई मरीज अस्पताल में प्रवेश करने में भी कतराने लगे है लेकिन करें क्या गरीब लोगो के पास इस अस्पताल में इलाज कराने आलावा कोई और दुसरा विकल्प नहीं है। हमारी टीम ने अस्पताल में जाकर रियल्टी चैक किया तो अस्पताल के हालात बद से बदत्तर नजर आये। दिखाई दे रहा यह फरीदाबाद का वही बादशाह खान अस्पताल है जिसे पिछले दिनों सफाई और अस्पताल के रख रखाव को लेकर हरियाणा में पहला और जबकि भारत वर्ष में 11 वां स्थान प्राप्त करने का गौरव मिला था तब यहाँ आने वाले मरीजों को यह अहसास होता था की यह सरकारी नहीं कोई प्रायवेट अस्पताल है लेकिन आज दिखाई जा रही यह तस्वीरें साफ़ तौर पर यह बयान करती है की वह गौरव अस्पताल प्रबंधको ने ईनामों की सूचि में एक और सर्टिफिकेट लेने के लिए कुछ समय के लिए वह सारी चीजे की थी जबकि इसमें दुसरा पहलू यह भी है की यहाँ पूर्व में तैनात रहे पीएमओ डाक्टर वीरेंदर यादव के यहाँ से ट्रांसफर किये जाने किये जाने के बाद हुआ है।